रणनीति से लेकर एकता तक दिशाहीन नजर आती जन आक्रोश यात्रा
आधा दर्जन से अधिक क्षेत्रों में विरोध, बगावत एवं मारपीट के मामले
ग्वालियर चंबल सहित निमाड़ में सबसे अधिक आपसी विरोध ।
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की जन आशीर्वाद यात्रा ने सफलता का परचम लहरा दिया है। यात्रा को जनता का आशीर्वाद भी खूब मिला। जन आशीर्वाद यात्रा की अपार सफलता के बीच मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस द्वारा भी जन आक्रोश यात्रा का संचालन 19 सितंबर से मध्य प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र में किया जा रहा है। आक्रोश यात्रा अभी तक ग्वालियर चंबल संभाग से लेकर निमाड़ एवं रीवा संभाग में निकाली जा चुकी है। पिछले तीन दिनों की जन आक्रोश यात्रा का राजनीतिक फायदा एवं नुकसान देखा जाए तो कांग्रेस पार्टी इस यात्रा में चुनावी रणनीति के मामले में पूरी तरह विफल नजर आती है। अभी तक जन आक्रोश यात्रा पिछले 48 घंटे के अंतराल में जहां-जहां गई है वहां पर जन आक्रोश यात्रा के विरोध में कांग्रेस पार्टी के ही स्थानीय कार्यकर्ताओं के बीच राजनीतिक स्तर पर गुटबाजी के चलते कांग्रेस पार्टी मुर्दाबाद के जमकर नारे लगे। ग्वालियर चंबल क्षेत्र के अंतर्गत तो विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुर्दाबाद के नारों के साथ धमकी भरे अंदाज में स्वागत किया। कुल मिलाकर कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा पिछले तीन दिनों के अंतराल में पूरी तरह फ़्लॉप शो एवं दिशाहीन नजर आई।
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