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07 October 2023

दुनिया के नक्शे पर जगमगा रही है महाकाल नगरी

 धर्म, संस्कृति, आस्था और विकास की चमचमाती तस्वीर बनाता उज्जैन



उज्जैन। महाकाल नगरी उज्जैन के विकास के लिए महाकुंभ के बाद ही मध्य प्रदेश सरकार ने एक ऐसा मॉडल खड़ा करने की शुरूआत कर दी थी जो राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धर्म, संस्कृति, आस्था के साथ-साथ रोजगार के नए रास्ते भी खोले। आज वही तस्वीर साकार रूप में दिखाई देने लगी है। मध्य प्रदेश की पावन महाकाल नगरी उज्जैन को आज महाकाल लोक के नाम से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाना जाता है । महाकाल लोक के पहले चरण का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया तो दूसरी तस्वीर गुरुवार को सामने आई, जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 242 करोड़ से अधिक के महाकाल लोक के दूसरे चरण का लोकार्पण किया।  


स्थानीय रोजगार में 200 प्रतिशत की वृद्धि

11 अक्टूबर 2022 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया एवं उपरोक्त लोकार्पण समारोह एवं महाकाल लोक राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अचानक सुर्खियों में आ गया । महाकाल की नगरी उज्जैन की सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत अटल एवं अमिट है परंतु धर्म संस्कृति के साथ-साथ महाकाल लोक के लोकार्पण के पश्चात ऐतिहासिक रूप से उज्जैन नगरी लगभग आठ गुनी रफ्तार में विकास के साथ-साथ व्यापार से जुड़ती चली गई । उज्जैन नगरी में महाकाल लोक के निर्माण के साथ प्रॉपर्टी की कीमतों में एक तरफ जहां चार गुना प्रगति हुई वहीं दूसरी ओर स्थानीय रोजगार में भी 200% से अधिक प्रगति सामने आई ।


भक्तों की संख्या और दान की तीन गुना रफ्तार 
 
वर्ष 2020 में महामारी काल के दौरान एक तरफ जहां महाकाल की नगरी उज्जैन में भक्तों के दर्शन का प्रतिशत 15 से 18% पर आ गया था वहीं दूसरी ओर 2021 के बाद भक्तों की संख्या दोगुनी हो गई । परंतु 2022 में महाकाल लोक के निर्माण के बाद भक्तों की संख्या में 2021 की तुलना में लगभग तीन गुना प्रगति हुई ।
महाकाल मंदिर समिति को वर्ष 2021 में 22 करोड़ 13 लाख रुपए का दान प्राप्त हुआ , वहीं वर्ष 2022 में यह दान बढ़कर 46 करोड़ 51 लाख पर पहुंच गया । इसी तरह स्थानीय व्यापार में लगभग 200 प्रतिशत अधिक प्रगति हुई, नवीन रोजगार एवं प्रॉपर्टी के दामों में भी चार से 10% तक का इजाफा हुआ । कुल मिलाकर वर्ष 2022 में महाकाल की नगरी को ऐतिहासिक गति और व्यापार में शानदार प्रगति प्राप्त हुई।

महाकाल की कृपा से सब काम हो रहा है : सीएम

महाकाल मंदिर का परिसर 2.87 हेक्टेयर से बढ़कर 47 हेक्टयर हो चुका है। 856 करोड़ की श्री महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना के प्रथम चरण में 351 करोड़ रुपए के कार्यों को रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है। 242 करोड़ 35 लाख रुपए लागत से दूसरे चरण के विकास कार्य किए गए। लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज ने 284 करोड़ रुपए की लागत के यूनिटी मॉल और 250 करोड़ रुपए की लागत के मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन भी किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्री महाकाल की कृपा से उज्जैन में विकास कार्यों के लिये तीन हजार करोड़ रुपए अलग से आ रहा है। निश्चित रूप से महाकाल लोक के प्रथम चरण के पश्चात द्वितीय चरण के विकास का वास्तविक स्वरूप जब सामने आएगा तो महाकाल नगरी नए सांस्कृतिक धार्मिक एवं पुरातत्व के वैभव के साथ-साथ व्यापार की नई परिभाषा लिखती हुई दिखाई देगी । मध्य प्रदेश में सर्वाधिक महाकाल नगरी के दर्शन करने वाले महाराष्ट्र एवं राजस्थान से आने वाले लोगों के लिए आने वाले समय में व्यापार का यह बड़ा केंद्र भी दिखाई देगा

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