भोपाल। एक तरफ कांग्रेस पार्टी इजराइल पर हमला करने वाले हमास आतंकियों की क्रूरता और बर्बरता पर चुप्पी साध कर उनका परोक्ष समर्थन कर रही है। दूसरी तरफ सरकार जब प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करती है, तो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पेट में दर्द होने लगता है। आखिर कांग्रेस पार्टी और आतंकवाद तथा मुस्लिम कट्टरता के बीच में क्या कनेक्शन है? कांग्रेस पार्टी के बयान और उसके दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं की प्रतिक्रिया देखकर लगता है कि पूरी कांग्रेस पार्टी ही आतंकवाद की प्रवक्ता और इस्लामिक कट्टरता की पैरोकार बन गई है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने गुरुवार को प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकार-वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
हमास की बर्बरता पर मौन क्यों है कांग्रेस?
विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा कि इजराइल पर हमला करने वाले हमास के आतंकवादियों ने वहां क्रूरता और बर्बरता का नंगा नाच किया है। उन्होंने बच्चियों, महिलाओं से बलात्कार किए। उनकी हत्या करके उनकी लाशों को कुचलकर अपमानित किया। छोटे-छोटे बच्चों के गले काट दिए। श्री शर्मा ने कहा कि हमास के आतंकियों की इस बर्बरता की मुस्लिम देशों तक ने आलोचना की है। भारत सरकार ने भी इस बर्बरता के खिलाफ इजराइल के साथ एकजुटता प्रदर्शित की है। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने इस बारे में जारी किए गए अपने बयान में इस क्रूरता के नंगे नाच के विरोध में एक शब्द नहीं बोला। दूसरी तरफ कांग्रेस के दिग्विजय सिंह जैसे नेता आतंकवादी संगठन पीएफआई के खिलाफ सरकार की कार्रवाई के विरोध में बयान दे रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि यही दिग्विजय सिंह आतंकवादियों को सम्मान देते हैं और उनके नाम के साथ ‘जी’ लगाते हैं।
दिग्विजय सिंह को पार्टी से निकालें और देश से माफी मांगें सोनिया-राहुल
विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं द्वारा जिस तरह हमास और पीएफआई जैसे संगठनों का समर्थन किया जा रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आतंकवाद का समर्थन करके देश और शांति के टापू मध्यप्रदेश के वातावरण में भी जहर घोलना चाहती है, लेकिन हम इस तरह की कट्टरता का नंगा नाच देश और प्रदेश में नहीं होने देंगे। श्री शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से यह पूछना चाहती है कि हमास की बर्बरता और पीएफआई को दिग्विजय सिंह के समर्थन के बारे में उनकी क्या राय है? श्री शर्मा ने कहा कि हम कांग्रेस नेतृत्व से मांग करते हैं कि दिग्विजय सिंह को तत्काल पार्टी से बाहर करें, देश और प्रदेश की जनता से माफी मांगें। वरना यही समझा जाएगा कि कांग्रेस पार्टी जिहादी कट्टरता की पैरोकार बनकर रह गई है।
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