नारे लगे - दिग्विजय तेरी खैर नहीं, कमलनाथ से बैर नहीं ।
कार्यकर्ताओं का गुस्सा चरम पर ।
भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले 48 घंटे के अंतराल में कांग्रेस पार्टी के इतिहास में जो कुछ देखने को मिला उससे अधिक बुरे नजारे कभी भी कांग्रेस पार्टी के इतिहास में चुनावो के दौरान दिखाई नहीं दिए । पिछले 48 घंटे के अंतराल में कांग्रेस कार्यालय भोपाल में विरोध और प्रदर्शन का सिलसिला आज लगातार जारी रहा इस दौरान निवाड़ी से आए हुए कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने घोषित प्रत्याशी के विरोध में अर्धनग्न प्रदर्शन करते हुए शीर्षासन तक कर दिया ।
एक दर्जन से अधिक इलाकों में लगातार विरोध एवं प्रदर्शन जारी ।
कांग्रेस पार्टी में विरोध एवं प्रदर्शन का सिलसिला मध्य प्रदेश भर में थमता हुआ दिखाई नहीं दे रहा । जिन उम्मीदवारों को टिकट मिला है ,उनका विरोध लगातार जारी है । मध्य प्रदेश के लगभग सभी संभागों में कांग्रेस प्रत्याशियों का विरोध अब शिखर पर पहुंच चुका है ।
आज रविवार को कांग्रेस पार्टी के कार्यालय पर पहुंचे नेपानगर सहित दतिया जिले से एवं शाजापुर मंदसौर अधिकारी विधानसभा सीटों के नाराज कार्यकर्ताओं ने कार्यालय कांग्रेस पार्टी पर अर्धनग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया । वहीं दूसरी ओर क्षेत्रीय स्तर पर मध्य प्रदेश के कई संभागों एवं विधानसभा स्तर के नाराज कार्यकर्ताओं के द्वारा भी प्रदर्शन एवं सड़कों पर नारेबाजी का सिलसिला
थमने का नाम नहीं ले रहा है ।
दिग्विजय तेरी खैर नहीं कमलनाथ से बैर नहीं ।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के द्वारा पहली सूची जारी होने के बाद ही संभवत पहली बार ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से लेकर दिग्विजय सिंह के मध्य प्रदेश भर में पुतले फुके जा रहे हैं । वहीं दूसरी और विरोध, बगावत के साथ-साथ इस्तीफे का दौर भी अनवरत रूप से सामने दिखाई दे रहा है । पिछले 24 घंटे से लेकर 48 घंटे के अंतराल में पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ के बंगले पर एवं कार्यालय पर विरोध स्वरूप धरना प्रदर्शन के साथ-साथ मुर्दाबाद के नारे एवं दोनों ही बड़े नेताओं के पुतले जलने की घटनाएं सामने आई है । आरोप प्रत्यारोप ,टिकट की खरीद फरोख्त दूसरे दलों से आए नेताओं को टिकट देना , शराब माफिया को उम्मीदवार बनाना आदि आरोपों के बीच कांग्रेस पार्टी की आंतरिक कलह सड़कों पर सार्वजनिक को चली है । कांग्रेस पार्टी कार्यालय पर निवाड़ी के कार्यकर्ताओं ने आज अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करते हुए नारे लगाए कि दिग्विजय तेरी खैर नहीं और कमलनाथ से बैर नहीं । उपरोक्त नारे लगाने के साथ ही दिग्विजय सिंह के पोस्ट पर कालिख पोतने का काम भी कार्यकर्ताओं के द्वारा किया गया ।
हजारों कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश भर में दर्जनों पदाधिकारीयों ने छोड़ी कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे अधिक एवं सबसे बड़े बगावत का दौरा वर्तमान विधानसभा चुनाव अर्थात 2023 में सामने आया है । संपूर्ण मध्य प्रदेश से प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ-साथ सैकड़ो पदाधिकारी ने भी कांग्रेस पार्टी को छोड़ते हुए सामूहिक रूप से मध्य प्रदेश के कई जिलों में संकल्प लेने का कार्य किया कि कांग्रेस पार्टी को किसी भी सूरत में मध्य प्रदेश में सरकार नहीं बनने देंगे और कांग्रेस पार्टी का पूरी तरह से बहिष्कार करेंगे ।लगभग संपूर्ण मध्य प्रदेश के पांच में से दो सीटों पर विरोध
कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा का विरोध किया जा रहा है, 23 कांग्रेस के पार्षदों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा निर्दलीय विधायक हैं। निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा को बुरहानपुर से कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है।
टिकट कटने से नाराज दावेदारों ने जावरा, बुरहानपुर, रीवा, सिवनी मालवा, सेमरिया में विरोध प्रदर्शन किया। यहां कांग्रेस कार्यालय के सामने पुतला दहन किया गया।
निमाड़ क्षेत्र से लेकर नर्मदा पट्टी पर भी विरोध हुआ तेज ।
कांग्रेस की दूसरी सूची जाने के बाद कार्यकर्ताओं ने रात में ही जावरा में कांग्रेस प्रत्याशी हिम्मत श्रीमाल का पुतला फूंका। यहां से वीरेंद्र सोलंकी और डीपी धाकड़ दावेदारी कर रहे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर शीर्ष नेतृत्व से टिकट बदलने की मांग की है। वहीं, रतलाम ग्रामीण में कांग्रेस ने लक्ष्मण सिंह डिंडौर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। कांग्रेस नेता उनको बाहरी बताकर विरोध कर रहे हैं।
विधानसभा क्षेत्र हरदा-खिरकिया क्रमांक 135 में कांग्रेस द्वारा डॅा. रामकिशोर दोगने को प्रत्याशी घोषित करने के बाद बगावत के स्वर तेज हो गए हैं। कांग्रेस नेता मंजीत सिंह ने शुक्रवार को अपने गृह ग्राम बोंडगांव में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ और हरदा प्रत्याशी डॅा. दोगने का पुतला दहन किया। कांग्रेस नेता मंजीत सिंह ने राजपूत समाज की अनदेखी का आरोप लगाते हुए हरदा विधानसभा क्षेत्र का घोषित प्रत्याशी बदलने की मांग की है। उल्लेखनीय है कांग्रेस नेता मंजीत सिंह बघेल ने हरदा विधानसभा क्षेत्र से राजपूत समाज के व्यक्ति को टिकट देने की मांग की थी।
नर्मदापुरम के सिवनी मालवा में कांग्रेस ने अजय बलराम को प्रत्याशी बनाया है। यहां पर पूर्व विधायक ओमप्रकाश रघुवंशी दावेदारी कर रहे है। कांग्रेस की सूची आने के बाद रघुवंशी के समर्थकों ने देरात नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने पार्टी के निर्णय को गलत बताते हुए टिकट वापस लेने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि ऐसा नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
रीवा जिले की सेमरिया सीट पर कांग्रेस ने अभय मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। अभय मिश्रा कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया, लेकिन अभी कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है। इसके पहले ही पार्टी ने दूसरी सूची में उनको प्रत्याशी बना दिया। स्थानीय कार्यकर्ताओं में पार्टी छोड़कर आने-जाने वालों को टिकट देने से नाराजगी है।
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